लखनऊ:- कानपुर बाल संरक्षण गृह की संवासिनियों के संबंध में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा द्वारा फेसबुक पर की गई टिप्पणी को उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (Uttar Pradesh State Commission for Protection of Child Rights) ने असत्य और भ्रामक बताते हुए नोटिस जारी किया है। आयोग ने कहा है कि प्रियंका वाड्रा ने तीन दिन में खंडन नहीं किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. विशेष गुप्ता का कहना है कि कानपुर के स्वारूपनगर स्थित बालगृह (बालिका) में 171 बालिकाएं निरुद्ध हैं। इनमें 63 नाबालिग बालिकाएं पॉक्सों एक्ट के तहत निरुद्ध हैं। इन्हें कानपुर, एटा, आगरा, कन्नौज और फीरोजाबाद की बाल कल्याण समितियों ने विधिक कार्रवाई करते हुए सुरक्षा व संरक्षण के लिए कानपुर बालगृह (बालिका) भेजा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की छवि खराब करने के लिए भ्रामक और असत्य खबरों के माध्यम से इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। इसी क्रम में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने भी अपने आफिशियल फेसबुक पेज पर भ्रामक और तथ्यविहीन पोस्ट लिखी है।